मुख्यमंत्री उत्तराखंड की घोषणा संख्या 85/2023 के अंतर्गत टीएचडीसी-आईएचईटी, टिहरी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी रुड़की के शोध परिसर की स्थापना के उद्देश्य से 22 दिसंबर 2025 को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में तकनीकी एवं उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड शासन, आईआईटी रुड़की, वीएमएसबी–उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय देहरादून, टीएचडीसी-आईएचईटी तथा उद्योग एवं शैक्षणिक क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने सहभागिता की।
बैठक का समन्वय संस्थान के निदेशक प्रो. एस. के. प्रधान द्वारा किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के. के. पंत द्वारा की गई, तथा वीएमएसबी–यूटीयू, देहरादून की कुलपति डॉ. त्रिप्ता ठाकुर जी की गरिमामयी उपस्थित उपाध्यक्ष के रूप में रही। बैठक में उद्योग जगत एवं विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञों ने भी सक्रिय रूप से सहभागिता की। इस अवसर में टिहरी विधायक श्री किशोर उपाध्याय जी ने आगंतुक समिति सदस्यों को सोल ओढ़कर सम्मानित किया।
बैठक में उपस्थित प्रमुख सदस्यों में तकनीकी शिक्षा विभाग, उत्तराखंड शासन के उप सचिव श्री ब्योमकेश दुबे, आईआईटी रुड़की के प्रो. अक्षय द्विवेदी, प्रो. आशीष पाण्डेय , प्रो. एम. एल. शर्मा, श्री हरिंदर गर्ग ,चेयरमैन,मनहारी ग्रुप (इंडस्ट्री प्रतिनिधि) तथा आईआईटी दिल्ली के सेवानिवृत्त प्रोफेसर प्रो. एच. एम. गुप्ता शामिल रहे।
बैठक में टीएचडीसी-आईएचईटी, टिहरी को आईआईटी रुड़की के सहयोग से एक प्रमुख शोध केंद्र के रूप में विकसित करने पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान बांध सुरक्षा एवं बहु-आपदा चेतावनी प्रणाली, स्मार्ट फैक्ट्री एवं ऑटोमेशन, इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा एवं ऊर्जा संक्रमण, भूमि एवं जल प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन तथा ग्रामीण उद्यमिता जैसे विभिन्न शोध वर्टिकल्स पर प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। जिसका उद्देश्य शोध गतिविधियों से उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि, जल संसाधन प्रबंधन, ऊर्जा सुरक्षा तथा औद्योगिक नवाचार को सशक्त करना है |
इस अवसर पर माननीय कुलपति वीएमएसबी–यूटीयू डॉ. त्रिप्ता ठाकुर ने स्थानीय समस्याओं के समाधान, छात्र सहभागिता, व्यावहारिक प्रशिक्षण तथा स्टार्ट-अप संस्कृति को प्रोत्साहित करने पर विशेष बल दिया। समिति द्वारा चरणबद्ध तरीके से शोध वर्टिकल्स प्रारंभ करने, आईआईटी रुड़की के सहयोग से एम.टेक. एवं पीएच.डी. कार्यक्रम संचालित करने तथा छात्रों को दीर्घकालीन इंटर्नशिप उपलब्ध कराने पर सहमति व्यक्त की गई।
बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं स्मृति-चिन्ह भेंट के साथ किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *