विकासनगर- प्रदेश में समुचित स्वास्थ्य सेवाओं की कमी एवं नए अस्पतालों के निर्माण को लेकर जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी नामी अस्पतालों में मरीज को आपातकालीन समय में आईसीयू/ वेंटीलेटर सुविधा उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है, लेकिन सरकार व विभागीय मंत्री का ध्यान स्वास्थ्य सेवाओं की तरह बिल्कुल नहीं है | परिजन/ तीमारदार मरीज को लेकर अस्पताल दर- दर अस्पताल भटकते रहते हैं, लेकिन उनको सुविधा नहीं मिल पाती | स्वास्थ्य मंत्री इस मामले में बिलकुल बेखबर बने हुए हैं, जिसके चलते मरीज और तीमारदार (परिजन) काफी चिंतित हैं |
प्रदेश में कोरोना काल के पश्चात मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा, लगातार हो रही मौतों, इलाज की कमी, लापरवाही और बदइंतजामी जरूरत के समय आईसीयू/ वेंटीलेटर उपलब्ध न होने आदि बद इंतजामी के चलते मरीजों एवं परिजनों की जान पर बन आई है |
नेगी ने कहा कि वर्तमान हालात में अस्पतालों में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों नहीं बढ़ाया जा रहा? अस्पतालों में आईसीयू/ वेंटीलेटर की भारी कमी है, जिसको वक्त रहते बढ़ाये जाने की जरूर है| नेगी ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि यू सी सी, मंदिर- मस्जिद, मजार आदि तमाम मुद्दों को छोड़कर अस्पतालों को सुख सुविधाओं से लैस करने एवं अन्य बड़े अस्पताल खोलने की दिशा में काम करें | मोर्चा शीघ्र ही इस दिशा में आंदोलन करेगा |
पत्रकार वार्ता में- भीम सिंह बिष्ट व अमित जैन मौजूद थे।
