मूवी रीव्यू l मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘इंस्पेक्टर जेंडे’ आज ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. लगातार गंभीर भूमिकाएं करने के बाद, अब आप मनोज बाजपेयी को कॉमेडी करते भी देखेंगे. यह एक फुल एंटरटेनिंग फिल्म है. बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज तिवारी अब ओटीटी के बादशाह बनकर उभरे हैं. वेब सीरीज हो या ओटीटी पर रिलीज होने वाली फिल्में, मनोज बाजपेयी को टक्कर देना अब आसान नहीं है. अब एक बार फिर मनोज ने अपनी दमदार एक्टिंग से ओटीटी पर दस्तक दी है. उनकी फिल्म ‘इंस्पेक्टर जेंडे’ आज नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है, जो एक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म है और आपके वीकेंड प्लान के लिए बेस्ट रहेगी, क्योंकि आप इस फिल्म को अपने पूरे परिवार के साथ घर बैठे नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.
तो चलिए, सबसे पहले आपको फिल्म की कहानी के बारे में बताते हैं. यह एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है, जिसमें मनोज बाजपेयी इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे और जिम सर्भ कार्ल भोजराज का किरदार निभा रहे हैं, जो कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज से प्रेरित एक किरदार है. कार्ल भोजराज एक कुख्यात कैदी है जो दिल्ली की तिहाड़ जेल से भाग जाता है. पुलिस उसे पकड़ने की बहुत कोशिश करती है, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता. वह पुलिस के हाथ नहीं लग पाता. ऐसे में फिल्म में इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे की एंट्री होती है, जो 15 साल पहले कार्ल को पकड़ता था. जब कार्ल इंटरपोल की नाक में दम कर देता है, तो विभाग को जेंडे की याद आती है.
फिर जेंडे को कार्ल को पकड़ने की जिम्मेदारी दी जाती है. ऐसे में इंटरपोल एक टीम बनाता है, जिसका नेतृत्व जेंडे करता है और फिर शुरू होता है कार्ल को पकड़ने का सिलसिला, लेकिन आपको बता दें कि यह कहानी जितनी सीरियस लग रही है, उतनी है नहीं, क्योंकि इस बार मनोज बाजपेयी की कॉमेडी आपको आराम से फिल्म का आनंद लेने का मौका देगी. अब सवाल यह है कि क्या जेंडे कार्ल को पकड़ पाता है या नहीं? और इस सवाल का जवाब आपको पूरी फिल्म देखने के बाद खुद ही मिल जाएगा.