देहरादून: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में उत्तराखंड में होने वाले सांस्कृतिक समारोह की शुरूआत उत्तरायणी के पर्व पर रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल स्थित प्रसिद्ध कैंची धाम से की। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कैंची धाम में श्री राम शिला की साफ सफाई कर पूजा-अर्चना की और फिर वहां मंदिर परिसर में आयोजित श्री राम भजन कार्यक्रम में भाग लिया । उन्होंने रामभक्ति में लीन होकर राम की स्तुति भी की। मुख्यमंत्री ने कैंची धाम में नीब करौरी बाबा से प्रदेश की सुख, समृद्धि, शांति एवं खुशहाली की कामना की। धामी ने कैंचीधाम में आए भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक दिन होगा क्योंकि इस दिन रामलला अयोध्या में विराजमान होंगे जो देश के लिए एक शुभ समय और संकेत है। उन्होंने कहा कि लंबे वर्षों के इंतजार के बाद रामलला के अयोध्या में विराजमान होने की घड़ी आई है जिसके उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में जन सहभागिता से सांस्कृतिक उत्सव और समस्त धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर विशेष साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कैंची धाम में हर रोज आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए राज्य सरकार कैंची धाम का ‘मास्टर प्लान’ तैयार कर रही है जिससे यहां बेहतर सुविधाएं विकसित की जा सकें। उन्होंने कहा कि धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन बढ़ेगा तो सरकार की आर्थिकी सुदृढ़ होगी। प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों और प्रतिष्ठानों में 14 जनवरी से 22 जनवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । इस दौरान मुख्यमंत्री ने 24.68 करोड़ की लागत के कार्यों के शिलान्यास भी किए ।