कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं का विश्वास डगमगाया हुआ है। यही वजह है कि हाल के सालों में पार्टी के कई बड़े नामों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब इस कड़ी में नया नाम पार्टी के युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा का भी जुड़ गया है। मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया। मिलिंद देवड़ा की गिनती कांग्रेस के युवा चेहरों में होती थी, लेकिन अब उनके जाने से महाराष्ट्र में पार्टी को झटका लगेगा। मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होंगे। दरअसल मिलिंद देवड़ा जिस दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, उस सीट के गठबंधन के तहत शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के पास जाने की चर्चाएं हैं। दक्षिण मुंबई सीट पर पिछली दो बार से (2014 और 2019) शिवसेना के अरविंद सावंत चुनाव जीतते आ रहे हैं। ऐसे में चर्चाएं हैं कि शिवसेना इस बार भी दक्षिण मुंबई सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है। चूंकि कांग्रेस का महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव) और एनसीपी के साथ गठबंधन है। ऐसे में गठबंधन के तहत मिलिंद देवड़ा को दक्षिण मुंबई सीट छोड़नी पड़ सकती थी। ऐसे में माना जा रहा है कि अब मिलिंद देवड़ा एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होकर दक्षिण मुंबई सीट से फिर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। मिलिंद देवड़ा और उनके परिवार का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से लंबा रिश्ता रहा है। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे और वह यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री और कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्री रहे। मुरली देवड़ा तीन बार दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा सांसद रहे। बीते पांच दशकों से देवड़ा परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा ने भी जब कांग्रेस छोड़ने का एलान किया तो उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ अपने 55 सालों के रिश्ते का भी अंत कर रहे हैं। मुरली देवड़ा को पूर्व पीएम राजीव गांधी का करीबी माना जाता था और साल 1999 में महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में लाने में उनकी अहम भूमिका थी। मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफे एक युग का अंत माना जा रहा है।