लाखों- करोड़ों खर्च कर मनचाही पोस्टिंग/ मलाईदार पद के चक्कर में बढ़ रही रिश्वतखोरी-मोर्चा #सरकार/ दलालों को दी गई रकम वसूलने को कर रहे अनैतिक कार्य ! #रिश्वतखोरी रोक पाने में सरकार नाकाम | #बगैर रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा सरकार में | #राजभवन धृतराष्ट्र की भूमिका में ! विकासनगर -जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकार व दलालों की सरपरस्ती में प्रदेश के अधिकांश रिश्वतखोर कर्मचारी/ अधिकारी आदमखोर बन चुके हैं | प्रदेश में जिस प्रकार से रिश्वतखोरी में अधिकारी/ कर्मचारी पकड़े जा रहे हैं, उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि प्रदेश में मनचाही ट्रांसफर- पोस्टिंग/ मलाईदार पद हासिल करने की चाह रखने वाले अधिकारी /कर्मचारी लाखों- करोड़ों रुपए खर्च कर पद हासिल कर रहे हैं तथा उस रकम को वसूलने के चक्कर में जनता को लूटने जैसा अनैतिक कार्य कर रहे हैं | नेगी ने कहा कि जिस प्रकार से विजिलेंस द्वारा रिश्वतखोरों/ भ्रष्टाचारियों को अपने शिकंजे में लिया जा रहा है, निश्चित तौर पर सराहनीय कदम है,लेकिन रिश्वतखोरों का पकड़ा जाना सरकार के लिए डूब मरने वाली बात है | इसके साथ-साथ सरकार द्वारा कमाऊपूत अधिकारियों को टारगेट दिए गए हैं ,जो दिन- रात लूट खसोट में लगे हैं | ईमानदार अधिकारी सरकार द्वारा हासिये पर डाल दिए गए हैं | इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश का कोई भी विभाग एवं उसके अधिकारी/ कर्मचारी बगैर रिश्वत/ सुविधा शुल्क के कोई काम नहीं कर रहे हैं |यहां तक कि कोई पत्रावली बगैर सुविधा शुल्क के एक इंच भी आगे नहीं बढ़ती | नेगी ने कहा कि जिस प्रकार से रिश्वतखोर पकड़े जा रहे हैं, उसको लेकर बेशर्म सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन हकीकत में किसी भी सरकार के लिए यह सबसे बड़ी असफलता होती है | अगर प्रदेश में सब कुछ ईमानदारी से चल रहा होता तो ये रिश्वतखोर क्यों पकड़े जाते ! नेगी ने कहा कि प्रदेश में हो रही रिश्वतखोरी/ भ्रष्टाचार के मामले में राजभवन की मौन सहमति प्रदेश को गर्त में धकेलना का काम कर रही है| मोर्चा द्वारा लगातार सरकार पर प्रहार करने के बावजूद राजभवन का इस मामले में संज्ञान न लेना/ मुकदर्शक बने रहना प्रदेश के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है | अगर राजभवन थोड़ा भी संवेदनशील होता तो प्रदेश में ये अनैतिक कार्य न होते | पत्रकार वार्ता में – विजयराम शर्मा व दिलबाग सिंह मौजूद थे|