लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने काम में लग गए हैं. रविवार को पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ और देशभर में भीषण गर्मी की स्थिति की समीक्षा की. इन बैठकों के बाद प्रधानमंत्री 100 दिन के कार्यक्रम के एजेंडे की समीक्षा के लिए एक लंबे मंथन सत्र में भी भाग ले रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र ने सबसे पहले पूर्वोत्तर में चक्रवात रेमल के बाद उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति को लेकर अपडेट लिया. विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा की. इसके बाद पीएम ने देश में भीषण गर्मी और लू की स्थिति को लेकर हुई एक समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की. बैठक में अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी जारी रहने की संभावना है. इस साल, देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सामान्य और सामान्य से ऊपर और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम रहने की संभावना है. प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भीषण गर्मी की वजह से आग की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए नियमित रूप से उचित अभ्यास किया जाना चाहिए. अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों का फायर ऑडिट और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट नियमित रूप से किया जाना चाहिए. जंगलों में फायर-लाइन के रखरखाव और बायोमास के उत्पादक उपयोग के लिए नियमित अभ्यास के लिए योजना बनाने पर भी जोर दिया. प्रधानमंत्री की ये बैठकें लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के अगले दिन हो रही है. चुनाव के लिए वोटिंग खत्म होने के बाद अधिकांश एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार फिर से सत्ता में वापसी कर सकती है. चुनाव परिणाम चार जून को सामने आएंगे.