THDC Institute of Hydropower Engineering and Technology, टिहरी में ‘जल ऊर्जा मित्र कौशल विकास कार्यक्रम’ का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा प्रायोजित है। कार्यक्रम का समन्वयन IIT रुड़की के हाइड्रो एवं रिन्यूएबल एनर्जी विभाग द्वारा किया जा रहा है तथा THDC संस्थान को इस प्रशिक्षण के लिए प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर के रूप में नियुक्त किया गया है।इस कार्यक्रम का उद्देश्य देशभर में 1680 युवाओं को ‘जल ऊर्जा मित्र’ के रूप में प्रशिक्षित करना है, जो कि छोटी जलविद्युत परियोजनाओं के संचालन, अनुरक्षण, सुरक्षा और कार्यकुशलता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो. एस. के. प्रधान ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा:“आज का युग डिजिटल और ग्रीन ट्रांजिशन का है, और जलविद्युत इस दिशा में एक सशक्त ऊर्जा स्रोत है। THDC इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा:जलविद्युत संयंत्रों के लिए सदैव कुशल मानव संसाधन की आवश्यकता होती है, यह कार्यक्रम युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है अपनी व्यक्तित्व निर्माण की दिशा में | मुख्य अतिथि जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल, श्रीमती निकिता खंडेलवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा:“यह तीन महीने की प्रशिक्षण अवधि सभी प्रतिभागियों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिसका उन्हें पूरा लाभ उठाना चाहिए।” विशिष्ट अतिथि भीलांगना हाइड्रो प्रोजेक्ट इंचार्ज श्री सुमीत परमार ने कहा:भारत सरकार की यह पहल छोटे जलविद्युत संयंत्रों के लिए दक्ष मानव संसाधन तैयार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।” कार्यक्रम समन्वयक एवं यांत्रिकी विभागाध्यक्ष श्री हिमांशु नौटियाल ने कार्यक्रम के उद्देश्यों, कार्यप्रणाली और इसके संभावित लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रशिक्षक श्री ज्योति प्रकाश सेमवाल, श्री मनदीप गुलेरिया एवं श्री समीर वर्मा भी उपस्थित रहे।

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