देश में इन दिनों चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. हर तरफ चुनाव प्रचार का शोर सुनाई दे रहा है. तीसरी बार केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी हर मुमकिन कोशिश कर रही है. वो किसी भी हाल में अपने 400 पार के लक्ष्य को पार करना चाहती है. यही वजह है कि पार्टी दक्षिण से लेकर उत्तर भारत तक के हर वर्ग के लोगों को साधने में जुटी है. इस बीच, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुस्लिम समुदाय के लोगों का कुछ अलग ही अंदाज देखने को मिला. यहां की अलीगंज हैदरी मस्जिद ‘हर हर मोदी, घर घर मोदी’ के नारों से गूंज उठी. अलीगंज हैदरी मस्जिद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई. इसके साथ ही ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे भी लगाए गए. बोहरा समाज ने मस्जिद के अंदर पीएम मोदी के पोस्टर भी लहराए. दरअसल भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी आलोक शर्मा के समर्थन में बोहरा समाज ने पीएम मोदी के लिए नारेबाजी की. साथ ही बोहरा समाज के लोगों ने एकजुट होकर ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा भी लगाया. मस्जिद के आमिल जौहर अली ने प्रधानमंत्री मोदी तारीफ में जमकर कसीदे गढ़े और उनकी कामयाबी की दुआ मांगी.बीजेपी को ज्यादातर लोग मुस्लिम विरोधी मानते हैं. लेकिन पीएम मोदी अपने 400 पार के लक्ष्य को पाने के लिए मुस्लिम समुदाय को साधने की भी कोशिश में जुटे हैं. इसके लिए बोहरा समुदाय और पसमांदा मुसलमानों को साधने की रणनीति बनाई है. आखिर बीजेपी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है बोहरा मुस्लिम समाज, क्यों इस समाज को बीजेपी साधने में जुटी है. दरअसल, मुसलमानों में आर्थिक तौर पर सबसे प्रभावी समुदाय दाऊदी बोहरा है जिसे बीजेपी अपनी राजनीति के अनुकूल मानती है. पीएम नरेंद्र मोदी बोहरा समाज के काफी करीबी माने जाते हैं. बोहरा समाज के धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत करने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री थे. इस समुदाय के ज्यादातर लोग व्यापारी हैं. इनका कारोबारी समुदाय पीएम को समर्थन देता रहा है.