प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 24-उत्तर परगना में चुनावी सभा की. पीएम की सभा में आईं तीन-चार बसों पर हमला करने की घटना सामने आई है. टीएमसी कार्यकर्ताओं पर बीजेपी ने इसका आरोप लगाया है. घटना अशोकनगर शेरपुर जोरा पुकुर की है. बीजेपी का आरोप है कि ईंट-पत्थर फेंककर बसों के शीशे तोड़ दिए गए. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को बारासात में सभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने टीएमसी पर तुष्टीकरण की राजनीति करने और वोट जिहाद को बढ़ावा देने के लिए ओबीसी युवाओं के अधिकार छीनने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना पीएम ने कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीशों पर सवाल उठाने के लिए उनकी आलोचना की. साथ ही सवाल किया, क्या टीएमसी अब न्यायधीशों के पीछे भी अपने गुंडे छोड़ देगी? पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल में टीएमसी ने ओबीसी को जो धोखा दिया, उसकी पोल कोर्ट ने खोल दी है. हाईकोर्ट ने कहा है कि 77 मुसलमान जातियों को ओबीसी घोषित करना गैर-कानूनी और असंवैधानिक है. इस फैसले के बाद राज्य की मुख्यमंत्री का रवैया हैरान करने वाला था. जजों की नीयत पर सवाल उठाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि कैसे टीएमसी बंगाल में न्यायपालिका का गला घोंट रही है. तृणमूल से सच बर्दाश्त नहीं होता.जो भी टीएमसी के गुनाह उजागर करता है, वो उनको निशाना बनाती हैं. वोट बैंक के लिए सामाजिक-धार्मिक संगठनों को धमकाया जा रहा है. तृणमूल ने हमारे संत समाज को ही गालियां देनी शुरू कर दी हैं. बारुईपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने ममता सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इनका सुशासन से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है. सीएम ममता सिर्फ वोट बैंक के लिए काम करती हैं. यादवपुर लोकसभा क्षेत्र में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल में सुशासन, दूरबीन से खोजने पर भी नहीं मिलता.